Wednesday 24 July 2013

मुझे काँटों पर प्यार आता है!

मुझे काँटों पे प्यार आता है
ना खिलने की चिंता, 
ना मुरझाने का डर
ना टूटने की चिंता, 
ना बिखरने का डर 
इन्हें अटल रहना आता है 
इसलिए मुझे काँटों पर प्यार आता है!!
ना धूप, ना छाँव का असर 
ना पानी ना हवाओं का असर 
इन्हें हर मौसम भाता है
इसीलिए मुझे काँटों पर प्यार आता है!!
ना कोई रंग ना कोई रूप 
ना ख़ुशी की चाहत ना ग़म से आहत
इन्हें कोई नहीं अपनाता है 
इसीलिए मुझे काँटों पर प्यार आता है
ना श्रद्धा मिलती,ना श्रधांजलि देता 
ना बालों में बाँधा जाता,
ना पैरों से रौंदा जाता 
इन्हें आत्मसम्मान की रक्षा करना खूब आता है 
इसीलिए मुझे काँटों पर प्यार आता है!!